Source: MoneyControl
Trade Setup: Nifty 50 में 23 मई को करीब 1 प्रतिशत की मजबूत रिकवरी देखी गई, जिससे लगातार पांच सत्रों की गिरावट पर विराम लगा। इंडेक्स 24,850 के महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस स्तर पर बंद हुआ और 10-दिवसीय एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) से ऊपर निकल गया।
वीकली चार्ट पर यह सभी प्रमुख मूविंग एवरेज के ऊपर ट्रेड कर रहा है, जो लॉन्ग टर्म ट्रेंड के सकारात्मक रहने का संकेत है। विश्लेषकों के अनुसार, इंडेक्स अगर 24,700 के स्तर को बनाए रखता है, तो 25,000 से 25,200 तक की तेजी संभव है। हालांकि, 24,460 का स्तर प्रमुख सपोर्ट बना हुआ है।
आइए जानते हैं 15 प्रमुख डेटा प्वाइंट्स के बारे में, जो आपको सोमवार (26 मई) को मुनाफे वाला ट्रेड दिलाने में मदद कर सकते हैं।
1. Nifty 50 के अहम स्तर (24,853):
रेजिस्टेंस (Pivot आधारित): 24,905, 24,974, 25,087
सपोर्ट (Pivot आधारित): 24,679, 24,610, 24,497
इंडेक्स ने डेली चार्ट पर एक लंबी बुलिश कैंडल बनाई, जिसमें हायर हाई–हायर लो पैटर्न दिखा। Bollinger Bands की अपर लाइन में विस्तार देखा गया, जबकि 25,161 के पास रेज़िस्टेंस देखा गया। MACD जीरो लाइन के ऊपर बना रहा। हालांकि, इसमें निगेटिव क्रॉसओवर और हल्की कमजोरी नजर आई। RSI 59.33 पर पहुंच गया।
2. Bank Nifty के अहम स्तर (55,398):
Bank Nifty में भी बुलिश कैंडल बनी, हालांकि ट्रेड वॉल्यूम 1 जनवरी के बाद सबसे कम रहा। तीन सत्रों के लोअर हाई–लोअर लो पैटर्न को नकारते हुए इंडेक्स सभी मूविंग एवरेज के ऊपर बंद हुआ। RSI 59.74 पर था, जिसमें पॉजिटिव क्रॉसओवर दिखा। MACD जीरो लाइन के ऊपर बना रहा।
3. Nifty कॉल ऑप्शन डेटा:
4. Nifty पुट ऑप्शन डेटा:
5. Bank Nifty कॉल ऑप्शन डेटा:
6. Bank Nifty पुट ऑप्शन डेटा:
7. फंड फ्लो (रु. करोड़ में):
इस डेटा से संकेत मिलता है कि संस्थागत निवेशक चुनिंदा क्षेत्रों में सक्रियता दिखा रहे हैं।
8. पुट-कॉल रेशियो (PCR):
निफ्टी का पुट-कॉल रेशियो (PCR) 23 मई को बढ़कर 1.09 हो गया, जबकि पिछले सत्र में यह 0.94 था। यह मार्केट सेंटिमेंट को बताता है।
PCR का बढ़ना, या इसका 0.7 से ऊपर या 1 के पार जाना, इस बात का संकेत होता है कि ट्रेडर कॉल ऑप्शन की तुलना में ज्यादा पुट ऑप्शन बेच रहे हैं। यह आमतौर पर बाजार में तेजी की भावना को मजबूत होने का संकेत देता है। वहीं, अगर यह अनुपात 0.7 से नीचे चला जाए या 0.5 की ओर बढ़े, तो यह संकेत देता है कि पुट की तुलना में कॉल में ज्यादा बिकवाली हो रही है, जो बाजार में मंदी के संकेत देता है।
9. India VIX:
वोलैटिलिटी इंडेक्स 0.12% बढ़कर 17.28 पर पहुंचा। जब तक VIX 15 से ऊपर है, तब तक सतर्कता जरूरी है।
10. लॉन्ग बिल्ड-अप (95 स्टॉक्स):
OI और कीमत में बढ़ोतरी दिखाती है कि इन स्टॉक्स में लॉन्ग पोजिशन बनी हैं।
11. लॉन्ग अनवाइंडिंग (12 स्टॉक्स):
OI और कीमत दोनों में गिरावट, लॉन्ग पोजिशन से एग्जिट के संकेत।
12. शॉर्ट बिल्ड-अप (37 स्टॉक्स):
OI में बढ़ोतरी लेकिन कीमतों में गिरावट बताता है कि शॉर्ट पोजिशन ली जा रही हैं।
13. शॉर्ट-कवरिंग (73 स्टॉक्स):
73 शेयरों में शॉर्ट-कवरिंग देखी गई, यानी ओपन इंटरेस्ट (OI) में कमी के साथ-साथ कीमतों में बढ़त हुई।
14. हाई डिलिवरी ट्रेड्स:
ये वे स्टॉक हैं जिनमें डिलिवरी ट्रेड्स का हिस्सा ज्यादा रहा। डिलिवरी का ज्यादा हिस्सा स्टॉक में ट्रेडिंग की बजाय निवेश की दिलचस्पी को बताता है।
15. F&O बैन में स्टॉक्स:
F&O सेक्शन में बैन सिक्योरिटीज में वे कंपनियां शामिल हैं जिनके डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स मार्केट-वाइड पोजिशन लिमिट के 95 प्रतिशत से अधिक हो जाते हैं।
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Tags: #share markets
First Published: May 25, 2025 10:07 PM
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